स्वच्छता सर्वेक्षण 2017 में देहरादून रहा बहुत पीछे

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स्वच्छ भारत मिशन के तहत शहरी विकास के केंद्रीय मंत्रालय ने देश में स्वच्छता में सुधार के लिए केंद्र सरकार के प्रमुख कार्यक्रम का सर्वेक्षण किया, इस साल के स्वच्छता सर्वेक्षण के नतीजे आ गये हैं. इस बार मध्य प्रदेश का इंदौर पहले नंबर पर और भोपाल दूसरे नंबर पर रहा है, जबकि तीसरा नंबर विशाखापट्टनम का आया है।

सूरत को चौथा स्थान मिला है जबकि पिछली बार टॉप पर रहने वाला मैसूर शहर इस बार पांचवें नंबर पर खिसक गया है। दिल्ली का एनडीएमसी भी सफाई के मामले में पिछले साल के चौथे नंबर से फिसलकर सातवें नंबर पर पहुंच गया है। इस बार कुल 434 शहरों ने स्वच्छता सर्वेक्षण में हिस्सा लिया था।

यूपी का भी महज एक ही शहर वाराणसी ही इस लिस्ट में टॉप फिफ्टी में रहा है। बिहार, राजस्थान और पंजाब का कोई भी शहर इतना साफ नहीं पाया गया कि वह टॉप फिफ्टी में हो। उत्तराखंड का भी कोई शहर टॉप फिफ्टी में जगह नहीं पा सका है।

सफाई के मामले में टॉप पर रहने वाले 50 शहरों में गुजरात के 12 और मध्य प्रदेश के 11 शहर हैं। वहीं, इस लिस्ट में महाराष्ट्र के तीन और तमिलनाडु के चार शहर हैं। दिल्ली का एनडीएमसी इलाका भी टॉप फिफ्टी में है लेकिन दिल्ली के बाकी तीनों नगर निगम टॉप 50 तो क्या टॉप 100 में भी जगह नहीं बना सके।

उत्तराखंड की राजधानी देहरादून को लिस्ट में 316 स्थान ही मिल पाया हैं.

2016 में, स्वच्छता के मामले में देहरादून सबसे खराब प्रदर्शनकर्ताओं में से एक के रूप में उभरा था, देहरादून को स्वच्छ सर्वेक्षण -2016 में 73 शहरों के अध्ययन के दौरान 61 वां स्थान मिला था ।

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