दुनिया में शायद ही कोई ऐसा कोई शख्स होगा जोकि देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को ना जनता हो। नरेंद्र मोदी बतौर देश के प्रधानमंत्री के रूप में काम करते हुए दुनियाभर में अपनी बेहतरीन छाप छोड़ी है। 17 सितंबर को गुजरात में जन्में मोदी का बचपन संघर्षपूर्ण रहा है। पीएम मोदी तमाम मुश्किलों का सामना करते हुए वो एक साधारण परिवार से निकलकर राजनीति के सर्वोच्च शिखर तक पहुंचे है। कहा जाता है कि बेहद अनुशासित जीवन की वजह से वो इस मुकाम तक पहुंच पाए है। पीएम मोदी के जीवन से हम बहुत कुछ सीख सकते हैं.
तीन साल के कार्यकाल में नहीं ली एक भी छुट्टी
प्रधानमंत्री अपने काम के प्रति बेहद समर्पित रहते हैं। इसका सशक्त उदाहरण प्रधानमंत्री के तौर पर मौजूदा कार्यकाल है. 3 साल में उन्होंने एक भी छुट्टी नहीं ली है. वो घंटों काम करते हैं. लंबी यात्राएं और तूफानी दौरे करते हैं, पर कभी थके या निराश नहीं नजर आते।
नियमो के पाबंद
कहा जाता है कि पीएम मोदी कामयाबी में अनुशासन का बड़ा योगदान है. वो हर काम उसके निर्धारित समय में ही करते हैं. उनकी दिनचर्या तय होती है। भले ही काम की वजह से वो देर से सोए हो पर सुबह तय समय पर उठते हैं, योग करते हैं. यही वजह रही कि लोकसभा चुनाव अभियान के समय उन्होंने 3 लाख किलोमीटर तक का फासला तय किया था. यह अपने आप में एक रिकॉर्ड है।