पद्मावती इस साल की मोस्ट अवेटेड और मोस्ट गॉसिप्ड मूवी है. इतिहास पर आधारित ये फिल्म बहुत कारणों से चर्चा में रही. इस साल जनवरी में जब संजय लीला भंसाली जयपुर के जयगढ़ फोर्ट में अपनी आने वाली फिल्म ‘पद्मावती’ के सेट पर बैठे थे तब करणी सेना के कुछ लोगों ने उनसे हाथा-पाई की, उसके बाद सेट तोड़ दिया. फिर बड़ा विवाद पैदा करने की कोशिश की गई. हिंसा करने वालों का कहना था कि फिल्म में राजपूतों का चित्रण गलत किया जा रहा है. उनके मुताबिक अलाउद्दीन खिलजी और रानी पद्मिनी के बीच रोमांटिक सीन फिल्माया जा रहा है. जिसका उन्हें सिर्फ अंदेशा था कि पद्मिनी की गरिमा से छेड़छाड़ होगी.
लेकिन फिर खबर आयी की ‘जौहर’ का सीन शूट होने के बाद ये भी स्पष्ट है कि दीपिका का खिलजी के साथ कोई रोमैंटिक सीन नहीं है जिसे जयपुर में शूट करने का दावा करणी सेना ने किया था. क्योंकि भंसाली की कहानी में रानी पद्मिनी आक्रमणकारी के हमले के बाद अपना सतीत्व बचाने के लिए बाकी महिलाओं के साथ खुद को आग के हवाले कर देती है.
‘पद्मावती’ का फर्स्ट लुक दिखाने के लिए 21 सितंबर का दिन चुना गया है जब नवरात्रे शुरू हुए. वो दिन जब देवी की स्थापना की जाती है. ये भी संकेत करता है कि इस फिल्म की कहानी में पद्मावती का किरदार मज़बूत है.
फर्स्ट लुक को लेकर भंसाली ने कहा कि “मैं पद्मावती की कहानी बड़े परदे पर लाते हुए बहुत खुश हूं. ये तारीख हमारे लिए बहुत सही बैठ रही थी जब हम फिल्म का फर्स्ट लुक भी लॉन्च कर दें और इस शुभ मौके को सेलिब्रेट करें. और हमने वैसा ही किया”. दीपिका ने भी अपने ट्विटर के पेज पर ये लुक शेयर किया.
फर्स्ट लुक जारी होने के बाद अब वाकई ऐसा लगता भी है कि विरोधियों ने इस फिल्म का बहुत गलत अर्थ लगाया. अब लगता है कि विरोध करने वाले समुदाय के लोग ही शायद फिल्म को सबसे ज्यादा देखेंगे और संतुष्ट होकर सिनेमाघरों से निकलेंगे और शायद यही विरोधी और भंसाली को पीटने वाले ही 17 नवंबर 2017 को ‘पद्मावती’ को सुपरहिट करवाएंगे.