उत्तराखंड से बड़ी खबर : “मैने सेना में देश की सेवा की। राजनीती में जो उत्तराखंड के लिए मेरा सपना था वो पूर्ण नहीं हो पाया”….यह ट्वीट कर उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और बीजेपी के मौजूदा सांसद रिटायर्ड मेजर जनरल बी सी खंडूरी ने अपना दर्द बयां किया है। उत्तराखंड की राजनीती में बी.सी खंडूरी वो शख्स है जिनके नाम पर बीजेपी कभी प्रदेश में चुनाव लड़ा करती थी। चर्चा है कि बीजेपी ने अब बी.सी खंडूरी को साइड लाइन कर दिया है जिसका परिणाम उत्तराखंड बीजेपी को भुगतना पड़ सकता है।
उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री रिटायर्ड मेजर जनरल बी सी खंडूरी को साफ छवि के लिए प्रदेश में ही नहीं देश भर में जाना जाता है खंडूरी जब अटल बिहारी बाजपेयी की सरकार में सड़क एवं परिवहन मंत्री थे तो उनके दुवारा देश भर में सडको का जाल-बिछाया गया। यही वजह है आज मैदानी इलाकों से लेकर पहाड़ी जनपदों के गांव-गांव तक सड़क पहुंची है। यही नहीं बीसी खंडूरी उत्तराखंड के दो बार मुख्यमंत्री रह चुके है। इसके बावजूद उनकी साफ छवि पर एक दाग नहीं लगा। उन्होंने भष्ट्राचार पर नकेल कसने के लिए प्रदेश में लोकायुक्त का गठन किया था। साथ ही ट्रांसफर ,पोस्टिंग के धंधे पर रोक लगाने के साथ-साथ भू-माफियाओ व बिल्डरों नकेल कसी और प्रदेश के हित के लिए कई कठोर नियम बनाए थे। यह बात अलग है कि सरकारे बदली और उनके दुवारा बनाए गए नियम-कानून को ठंडे बस्ते में डाल दिया गया।
बताया जा रहा है कि विगत दिनों बीजेपी के राष्टीय अध्यक्ष अमित शाह के उत्तराखंड के दौरे के दौरान उनको दर-किनार कर दिया था और बीजेपी के वरिष्ठ नेताओ के लिए बनाए गए मंच और पहली पंगती में भी उनके बैठने का भी स्थान नहीं बनाया गया था। जिससे उन्हें ठेस पहुंची और वो कार्यक्रम छोड़ दिल्ली चले गए। भले ही पार्टी के नेता खंडूरी के कार्यक्रम के बीच से चले जाने पर उनकी सेहत का हवाला दे रहे हो। लेकिन मामला कुछ और ही था। श्री बीसी खंडूरी के इस ट्वीट से साफ लगता है कि पार्टी के सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है?