हमेशा यही माना जाता है कि मौत हो जाने का मतलब है कि मृत घोषित किए जाने के साथ ही शरीर कुछ देख, सुन या सोच नहीं सकता। लेकिन बड़ी हैरानी की बात है कि मौत के बाद भी इंसान कुछ पल जिंदा रहता है।
हाल ही में एक अध्ययन के दौरान सामने आया हक् कि जिस पल इंसान को मृत घोषित किया जाता है उसके बाद कुछ पलों तक उसका दिमाग जीवित रहता है। इस रिसर्च में पता चला है कि सिर्फ हृदय के बंद हो जाने का मतलब ये नहीं है कि उसकी चेतना भी बंद पड़ गई है। बता दें कि अमेरिका की एक मेडिकल यूनिवर्सिटी ने उन चूहों पर अध्ययन किया जिन्हें क्लिनिकली डेड यानि हृ्दय के काम न करने पर मृत घोषित कर दिया गया।
रिसर्चरों ने पाया कि मौत के बाद भी चूहों के दिमाग में उस दौरान कुछ तरंगें रिकॉर्ड की गईं। डॉ सैम परनिया ने बताया कि मृत घोषित होने पर मूल रूप से मस्तिष्क में कोई हलचल नहीं देखने को मिलती। लेकिन कुछ कोशिकाएं ऐसी होती हैं जो खत्म होने में अधिक समय लेती हैं।
वहीं कुछ अन्यों का तर्क है कि मौत होने पर ब्रेन में ऑक्सीजन की सप्लाई खत्म हो जाती है तो कैलशियम कोशिकाओं की संख्या बढ़ जाती है, जिसके चलते मस्तिष्क में कुछ गतिविधि रिकॉर्ड हो जाती है।
अक्सर आपने सुना होगा कि कुछ लोगों द्वारा ऐसे किस्से भी सुनने में आते हैं जहां उन्होंने बताया है कि उन्हें डॉक्टरों की उस समय की बातचीत याद है जिस समय माना गया था कि उनकी मौत हो चुकी थी। डॉक्टरों का मानना है कि ये ताजा रिसर्च इस तरह की बातों को समझने में भी मदद करेगी।