संगीत एक ऐसी भाषा है जिसे मूक भी आसानी से समझ सकते हैं. साज़ और संगीत न सरहदों की मुरीद होती है और न ही भाषाई अंतरों की. हमारी भाषा कोई भी क्यों ना हो, लेकिन गीत किसी भी भाषा के हों, दिल में जगह बना ही लेते हैं. तभी तो Despacito स्पेनिश गाना होते हुए भी इतना मशहूर है, या फिर भोजपुरी गाना लॉलीपॉप लागेलु लगभग हर शादी में बजता ही है. या फिर दलेर मेंहदी के पंजाबी गाने, जो आज भी हर पार्टी की रौनक बढ़ा देते हैं.
1- बेड़ू पाको बारमासा, नरेणा कफ़ल पाको चैता, मेरी छैला... स्कूल में ये गाना सुना होगा. अगर नहीं तो, अब सुन लीजिये. पहाड़ी कहीं भी हों, ये गीत उन्हें हमेशा घर की याद दिलाती है. ये किसने लिखा था ये तो पता नहीं, पर गीत है लाजवाब.
२- फ्योंलड़िया गीत का आनंद लेने के लिए जरूरी नही है कि आप इसके बोल समझे जैसे ही यह गाना शुरू होता है आपके पैर खुद व खुद थिरकने लगेंगे और आप इस गीत को पसंदीदा गीतों में शामिल कर बैठेंगे. इस गीत के माध्यम से उत्तराखंड की सुंदर संस्कृति को दर्शाया गया है.
3-गढ़वाली जागर चैत्वली के गायकर अमित सागर ने इस जागर के माध्यम से लोगो में जागर के प्रति खूब लोकप्रीयता बटोरी है. स्थानीय ही नही बल्कि देश भर के लोगो को जागर से रूबरू कराया है. इस जागर के माध्यम से उत्तराखंड की इस सुंदर संस्कृति को देख आप भी गढ़वाल से प्रेम कर बैठेंगे.
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