सड़क मांग को लेकर, ढोल-नगाड़ो के साथ सड़कों पर उतरे स्थानीय लोग!

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कुलदीप राणा,रुद्रप्रयाग: रुद्रप्रयाग जनपद के भरदार क्षेत्र के तीन गाँव के ग्रामीण मोटरमार्ग की मांग को लेकर ढोल-नगाड़ो के साथ सड़कों पर उतर गए। वर्ष 2013-14 में स्वीकृत स्वीली-सेम-ढुंग्री मोटर मार्ग पर कार्य आरम्भ न होने से ग्रामीणों ने सरकार विरोधी नारेबाजी के साथ लोक निर्माण विभाग रुद्रप्रयाग में ताला बंदी की वहीं जिलाधिकारी और क्षेत्रीय विधायक का भी घेराव किया।
सड़क की मांग को लेकर पिछले एक सप्ताह से धरने पर बैठी स्वीली-सेम-ढुंग्री के ग्रामीणों का गुस्सा आज सातवें आसमान पर पहुँच गया। तीनों गाँवों के सैकड़ो ग्रामीण रुद्रप्रयाग बाईपास से ढोल-नगाड़ों के साथ सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए लोक निर्माण विभाग में पहुंचे। जहां ग्रामीणों ने ताला बंदी कर रुद्र्रप्रयाग बाजार में प्रदर्शन किया। इसके बाद ग्रामीणों ने जिलाधिकारी व क्षेत्रीय विधायक का घेराव किया।
दरअसल स्वीली-सेम-ढुंग्री के लिए वर्ष 2013-14 में दो मोटर मार्ग स्वीकृत हुए थे जिनमें एक लोक निर्माण विभाग द्वारा ढाई किलो मीटर रतनपुर-दरमोला-स्वीली-सेम था, जिसका समरेखण सही न होने से ग्रामीणों के विवाद के चलते निर्माण नहीं हो पाया वहीं दूसरा पीएमजीएसवाई के द्वारा 4 किमी0 घेंघड़-ढुंग्री-स्वीली-सेम मोटरमार्ग था जो वन विभाग से भूमि हस्तातंरण न होने के कारण लम्बित पड़ी है। इन दोनो सड़कों को आपस में कनेक्ट होना था किन्तु विभागीय लापरवाही के चलते तीन वर्ष बीत जाने के बाद भी दोनों सड़कों का निर्माण इंच भर भी नहीं हो पाया है। ऐसे में जिलाधिकारी द्वारा एक माह के अन्दर सड़क निर्माण का कार्य आरम्भ होने का आश्वासन दिया गया है।
भले ही जनता के सड़कों पर आने के बाद जिलाधिकारी समेत लो.नि.वि. के अधिकारियों ने जल्द सड़क निर्माण होने का झुनझुना जनता को पकड़ा दिया हो किन्तु सवाल यह उठता है कि आखिर जनता को सड़कों पर आन्दोलन करने की जरूरत ही क्यों पड़ती है। आखिर जिम्मेदार अधिकारी समय रहते अपनी जिम्मेदारियों का निवर्हन क्यों नहीं करते हैं।