क्या आप जानते हैं भारत में ही कई ऐसी जगहें हैं, जहाँ पर शायद ही कोई जाना चाहेगा। जी हाँ यह बिलकुल सही है, ऐसा हम इसलिए कह रहे है क्योंकि यहाँ जानें पर जानें वाले व्यक्ति की जान जोखिम में पद सकती है। इसलिए इन जगहों पर जानें से सरकार भी लोगों को रोकती है। सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए यहाँ पर जाना बैन है।
इन जगहों के बारे में कहानिया प्रचलित है कि यहाँ पर भूतों और आत्माओं का वास है, इसके साथ ही कुछ अन्य वजहों से भी लोगों को जानें नहीं दिया जाता है।
भानगढ़ का किला: भानगढ़ का किला भारत की कुछ सबसे ज्यादा डरावनी जगहों में से एक है । राजस्थान के अलवर जिले में सरिस्का राष्ट्रीय उद्यान के एक छोर पर है। यहाँ का किला बहुत प्रसिद्ध है जो ‘भूतहा किला’ माना जाता है। इस किले को आमेर के राजा भगवंत दास ने 1573 में बनवाया था। इस जगह पर कई ऐसी घटनाएँ हो चुकी हैं, जिसकी वजह से आज यहाँ पर जानें से लोग डरते हैं। यहाँ रात के समय रुकने का आदेश किसी को नहीं है। कुछ लोगों को स्पेशल परमिशन के साथ ही यहाँ एंट्री दी जाती है।
चौकाने वाली बात है कि अब तक इस आइलैंड के साथ सरकार ने भी कोई छेड़छाड़ नहीं की है। यह आइलैंड हमेशा से ही ऐसा है। यूनेस्को ने इस आइलैंड को बायोस्फियर रिज़र्व घोषित किया हुआ है। लोकल अथॉरिटी का आदेश लेने के बाद आप इस आइलैंड के कुछ हिस्सों का भ्रमण कर सकते हैं। लेकिन यहाँ के ट्राइबल क्षेत्र में जाने के लिए सभी को मनाही है।
चोलामू लेक भारत के नॉर्थ सिक्किम में स्थित है इस लेक को बसे ऊँचे लेक का दर्जा दिया गया है। जो कि इनीज बॉर्डर से सटा हुआ है। अगर किसी को इस जगह का भ्रमण करना हो तो इसके लिए पहले आर्मी और यहाँ की पुलिस से आदेश लेना पड़ता है।
सियाचिन ग्लेशियर हिमालय के पूर्वी काराकोरम पर्वतमाला में भारत और पाकिस्तान के बॉर्डर पर स्थित है। यह पूरी दुनिया का सबसे ऊँचा मिलिट्री पॉइंट है। यहाँ पर आम नागरिकों को जानें की इजाजत नहीं है।
बस्तर छत्तीसगढ़ का ही एक जिला है। यह पूरा क्षेत्र प्राकृतिक नजारों से भरा हुआ है। वैसे तो यहाँ पर देखने लायक कई चीजें मौजूद हैं। लेकिन यहाँ नक्सली काफी सक्रीय रहते हैं, जिसके कारण यहाँ जानें की मनाही है। हालाँकि यहाँ कोई भी अपनी जान जोखिम में डालकर जा सकता है।