BJP की बड़ी कार्यवाही: बागियों पर भाजपा हुई कठोर!

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                                      बागियों पर भाजपा हुई कठोर,
                                  कुंवर प्रणव चैंपियन को दिया नोटिस.                                                               देहरादून : उत्तराखंड में राजनीतिक घमासान थमने का नाम नहीं ले रहा है। भ्रष्टाचार पर जीरो टाॅलरेंस वाली सरकार के मुखिया त्रिवेंद्र सिंह रावत पर उन्हीं के सहयोगियों द्वारा करारा प्रहार किया जा रहा है। कांग्रेस से आये हुए लोग जिन्होंने कांग्रेस में खटास पैदा की थी वहीं लोग भाजपा में भी खटास पैदा करने का प्रयास कर रहा है। इसका ताजा तरीन उदाहरण खानपुर विधयक कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन है। भले ही राजे-रजवाड़े समाप्त हो रहे हैं लेकिन आज भी इनमें से कुछ की अकड़ नहीं जा रही है। चैंपियन ऐसे ही बिगड़े रजवाड़ों में से है जो आज भी अपने को राजा से कम नहीं मानते। शुक्रवार को दून विश्वविद्यालय में मुख्यमंत्राी त्रिवेंद्र सिंह रावत की मीडिया टीम की ओर से एक कार्यक्रम आयोजित किया गया था जिसे बजट पर चर्चा का नाम दिया गया था। पहले तो इस कार्यक्रम में मीडिया टीम भीड़ नहीं जुटा पाई और इसी बीच कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन भी वहां पहुंच गए, जिससे मुख्यमंत्राी का मन खराब हो गया।

हालांकि औपचारिक रूप से उन्होंने कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन को कुछ नहीं कहा लेकिन कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन मीडिया से मुखातिब होते समय अपनी तल्खी नहीं छुपा पाए। जो इस बात का संकेत था कि मुख्यमंत्राी ने उन्हें अपेक्षित सम्मान नहीं दिया है। पिछले कुछ दिनों से खानपुर विधयक कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन और उनकी पत्नी कुुंवरानी देवयानी संगठन के विरू( लगातार मुखर है। मीडिया में दिए गये उनके बयानों के कारण उन पर पार्टी का रूख कापफी टेढ़ा है, जिसके कारण वह अपनी स्थिति स्पष्ट करने के लिए मुख्यमंत्राी से मिलना चाहते थे। लेकिन मुख्यमंत्राी कार्यक्रम में होने के कारण उनसे नहीं मिल पाए। यहां भी मीडिया से बातचीत के दौरान कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन ने जो कुछ कहा वह उनकी नाराजगी से देखा जा सकता है लेकिन भारतीय जनता पार्टी दबाव में आने वाली नहीं हैं जिसके कारण मुख्यमंत्राी और पार्टी के पदाध्किारी उन्हें अनुशासनहीन मानने लगे हैं। कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन जहां भी रहे हैं उन्होंने अपनी ही सरकारों के लिए हमेशा खड्ढा खोदने का काम किया है लेकिन भाजपा में शायद यह थ्योरी न चल पाए। यही कारण है कि उनके इस तेवर को देखते हुए पार्टी ने महामंत्राी मुख्यालय नरेश बंसल को जांच अध्किारी बनाकर उनके प्रकरण की जांच को कहा है।
प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट के निर्देशन पर जांच अध्किारी नरेश बंसल ने उन्हें नोटिस देने की तैयारी कर ली है और प्रथम दृष्टया उनके आचरण और बयानों को पार्टी विरोध्ी पाया गया है। पिछले कुछ दिनों से संगठन में कुछ नेताओं के विरोध्ी तेवर को देखते हुए पार्टी ने अपना रूख स्पष्ट कर दिया था। प्रदेश अध्यक्ष ने सापफ कहा था कि बागियों को बख्शा नहीं जाएगा। कुंवर प्रणव के प्रकरण को भी इसी कड़ी में देखा जा रहा है।

 

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