शिक्षा विभाग में फर्जी प्रमाण पत्रों के साथ नौकरी कर रहे शिक्षकों के लिए बुरी खबर है. अब फर्जी प्रमाण पत्रों के साथ कम करने वाले कम नही कर पाएंगे. ऐसे जाल साजों के लिए सरकार ने एसआईटी की जांच शुरू करा दी है. पता चला है कि शिक्षा विभाग में भरी मात्र में कई शिक्षकों के प्रमाणपत्रों में घालमेल पाया गया है. शिक्षा विभाग के बाद उत्तराखंड पेयजल संसाधन विकास एवं निर्माण विभाग में भी इसी तरह का घालमेल पाया गया है. सूचना के अधिकार में शैक्षिक योग्यता को लेकर उत्तराखंड पेयजल संसाधन विकास एवं निर्माण निगम से जो जवाब आया है वह वाकई चौंकाने वाला है. उत्तराखंड पेयजल संसाधन विकास एवं निर्माण निगम ने एक सूचना के अधिकार में जवाब देते हुए बताया कि जिस व्यक्ति की शैक्षिक योग्यता को सूचना के अधिकार में मांगा गया है उसकी शैक्षिक योग्यता के प्रमाण पत्रों की प्रति का विवरण विभाग के पास उपलब्ध नही है. ऐसे में बड़ा सवाल यही है कि क्या उत्तराखंड के अंदर बहुत सारे ऐसे फर्जी प्रमाणपत्रों के साथ नौकरी कर रहे हैं? इन लोगो की यदि प्रत्येक विभाग वार एसआईटी जांच हुई तो कई ऐसे प्रकरण निकलकर सामने आएंगे जिसमें फर्जी प्रमाणपत्रों के साथ लोग सरकारी नौकरी कर रहे हैं