गैरसैंण : पर्वतीय क्षेत्रों में विकास के मद्देनजर भारतीय जनता पार्टी की त्रिवेंद्र रावत सरकार गैरसैंण में अपना बजट सत्र चला रही है. सरकार का मकसद है कि पर्वतीय क्षेत्रों में विकास हो लेकिन विकास की पागल स्थिति का जीता जागता उदाहरण है दिवाली खाल में 22 लाख की लागत से बना सुलभ शौचालय. लगभग 2 साल पहले गैरसैण रोड पर दिवाली खाल में गैरसैण विकास परिषद ने सुलभ शौचालय कॉन्प्लेक्स का निर्माण कराया था ताकि स्थानीय लोगों के साथ-साथ राहगीरों को शौचालय स्नानघर की सुविधा मिल सके. जिसका संचालन सुलभ इंटरनेशनल सोशल सर्विस आर्गेनाइजेशन उत्तराखंड राज्य सरकार देहरादून ने किया है. लेकिन आपको जानकर हैरानी होगी कि बिना पानी के स्रोत को तलाशें गैरसैंण विकास परिषद में दिवाली खाल में सुलभ शौचालय का निर्माण करती है. पिछले 2 सालों से स्थानीय लोग इस आस में कभी तो पानी आएगा और कब सुलभ शौचालय का इस्तेमाल करेंगे. हैरत की बात तो यह है कि पूरी सरकार भराड़ीसैंण में बैठी है और भराड़ीसैंण के मुख्य गेट के पास है यह सुलभ शौचालय बना हुआ है. आजकल सुरक्षा में तैनात सुरक्षाकर्मी बाहर से पानी लाकर इसका इस्तेमाल कर रहे हैं. विकास पागल होता है और पागल विकास की कहानी पर दिवाली खाल का सुलभ शौचालय कॉन्प्लेक्स मोहर लगा रहा है, अब देखना यह होगा कि इस खबर के बाद कब तक सुध ली जाती है.