मुख्यमंत्री ने की कौशल विकास की सराहना, कहा- युवाओं को कौशल से बनाए कुशल, 2020 तक एक लाख युवाओं को प्रशिक्षित करने का लक्ष्य

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देहरादून । उत्तराखंड के युवाओं को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तथा मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत की नीतियों के अनुसार युवाओं को कुशल बनाना तथा स्वरोजगार में प्रवीण होने के लिए निरंतर प्रयास करते रहना कठिन काम है। यही काम डॉ. पंकज कुमार पांडेय कर रहे हैं, जिन्हें प्रदेश के मुखिया ने इस कठिन काम के लिए बधाई दी और उनके साथ इस प्रयास को भी सम्मान दिया। कौशल विकास मिशन का काम संभालने के बाद डॉ. पांडेय ने इस मृतप्राय विभाग में जान डालने का काम किया है। साथ ही साथ अब तक हजारों युवाओं को प्रशिक्षित कर एक कीर्तिमान कायम किया है। डॉ. पंकज पांडेय के इस काम की बदौलत कौशल विकास मिशन की पहचान राष्ट्रीय स्तर पर बन गई है और प्रदेश का भी नाम रौशन हुआ है, जिसकी हर क्षेत्र में सराहना हो रही है। ऐसे नीरस काम को सरस और चर्चाओं का विषय बना देना डॉ. पंकज पांडेय के ही बूते का था।

 आईआरटीए देहरादून में कौशल विकास विभाग एवं सेवायोजन विभाग द्वारा आयोजित इंडिया स्किल्स उत्तराखण्ड-2018 के पुरस्कार वितरण समारोह में प्रतिभाग किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने 11 विभिन्न क्षेत्रों में कौशल विकास प्रतियोगिता में प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले प्रतिभागियों को पुरस्कृत किया एवं प्रमाण पत्र भी प्रदान किये। कौशल विकास प्रतियोगिता में प्रथम, द्वितीय तथा तृतीय स्थान प्राप्त करने वालों को क्रमश: 15 हजार, 10 हजार एवं 05 हजार रूपये के चैक प्रदान किये।

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने 09 नवम्बर 2020 तक राज्य में एक लाख युवाओं को कौशल विकास से जोड़कर रोजगार देने का लक्ष्य रखा है। उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड देश का ऐसा पहला राज्य है जहां स्टेट कंपोनेंट से स्किल डेवलपमेंट के सेंटर खोले गये हैं। उन्होंने कहा कि वर्ष 2017-18 में 11 हजार 09 सौ 11 युवाओं को 32 तरह के कौशल विकास के प्रशिक्षण दिये गये।
ऑल वेदर रोड के लिए 12700 करोड़ रूपये के कार्य अगले दो-तीन वर्षों में होने हैं। ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल लाईन का कार्य प्रारम्भ हो चुका है। रूड़की-मुजफ्फरनगर-देवबन्द रेल लाईन के भू-अधिग्रहण का कार्य लगभग पूरा हो चुका है। अब इस रेल लाईन का पूरा निर्माण कार्य भारत सरकार करेगी। उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड भविष्य में एक बड़ा डेस्टिनेशन बनने वाला है।
अपर मुख्य सचिव श्री ओमप्रकाश ने कहा कि गत 02 वर्षों में कौशल विकास के क्षेत्र में सभी के सम्मिलित प्रयासों से उत्तराखण्ड को देश-विदेश के प्रतिष्ठित फोरम में स्थान मिला है। कौशल विकास एक सतत प्रयास है। विभिन्न क्षेत्रों में कुशलतापूर्वक कार्य करना ही कौशल विकास है।
सचिव कौशल विकास एवं सेवायोजन डॉ.पंकज कुमार पाण्डेय ने कहा कि गढ़वाल और कुमाऊं मण्डल से चयनित प्रतिभागियों द्वारा राज्य स्तरीय प्रतियोगिता 15 से 18 अप्रैल 2018 तक देहरादून में 11 क्षेत्रों कुकिंग एवं रेस्टोरेन्ट सर्विस, ऑटोबॉडी रिपेयर, कार पेटिंग एवं वैल्डिंग, मेकाट्रोनिक्स, मैकेनिकल इंजीनियरिंग डिजाइन(उअऊ) एवं इलेक्ट्रॉनिक्स, ब्यूटी थेरेपी तथा हेयर डेज्सिंग एवं मोबाइल रोबोटिक्स की प्रतियोगिताएं आयोजित की गयी थी। राज्य स्तरीय विजेताओं द्वारा जोनल व उसके बाद राष्ट्रीय स्तरीय प्रतियोगिता में राज्य का प्रतिनिधित्व किया जायेगा। राष्ट्रीय विजेता छात्र वर्ल्ड स्किल-2019 जो कि रूस के कज़ान शहर में होगा उसमें शिरकत करेगें। इस अवसर पर कौशल विकास पर आधारित लघु फिल्म भी दिखाई गई।

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