कहीं भारी न पड़ जाये कानों की अनदेखी, हो सकते बहरे

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शरीर के उपरी भाग के पांच महत्वपूर्ण अंग यानि आंख, नाक, कान। दो आंखें, दो कान और एक नाक थोड़ी सी गड़बड़ हुई तो पूरा शरीर गड़बड़ हुआ। यूं तो शरीर के किसी भी अंग में होने वाली तकलीफ हमें पूरी तरह परेशान कर देती है लेकिन शरीर के उपरी भाग यानि मुंह से जुड़े अंगों का बदबूदार होना तमाम बीमारियों को न्योता देता है। दांतों से बदबू आ रही है तो आप बीमारियों का घर बनने जा रहे हैं। आंखों की समस्या है तो आप देखने से महरूम हो सकते हैं और कानों से बदबू आ रही है तो समझ लीजिए कि पांच बीमारियां आपकी की ओर तेजी से बढ़ रही है।
कई लोगों के कान से बदबू आनी शुरू हो जाती है। ज्यादातर ये किसी इंफेक्शन के कारण या कान के अन्य किसी रोग के कारण होता है। बाद में यही इंफेक्शन कान में दर्द का कारण बनता है। कान चूंकि शरीर के कुछ सबसे संवेदनशील अंगों में से एक है इसलिए कान का दर्द होने पर बहुत ज्यादा परेशानी का अनुभव होता है। कान के दर्द के कारण किसी काम में मन लगाना मुश्किल हो जाता है। कई बार कान के दर्द के कारण बात करना  भी मुहाल हो जाता है। दरअसल कान की सामान्य परेशानियों जैसे दर्द और खुजली का कारण कान की गंदगी है। कान की अच्छी तरह और नियमित सफाई न करने से इसमें इंफेक्शन हो सकता है। कान से बदबू आने के ये 5 कारण हो सकते हैं।
ज्यादा वैक्स होने से
रोजाना की धूल गंदगी आदि की वजह से कान के इयर कैनाल में वैक्स जमा हो जाता है। ये वैक्स कान द्वारा उत्पादित तेल, मृत कोशिकाओं और धूल आदि से बनता है। इसके अलावा इसमें कुछ जीवाणु भी हो सकते हैं। आमतौर पर ये वैक्स इतना बदबू नहीं करते जिसे बाहर से महसूस किया जा सके लेकिन कई लोगों के कान में ये वैक्स ज्यादा मात्रा में बनता है, जिससे उनके कान से बदबू आने लगती है। कान के वैक्स को निकालने के लिए आपको कभी भी नुकीली चीजों का प्रयोग नहीं करना चाहिए क्योंकि इससे कान के पर्दे फट सकते हैं।
कान का इंफेक्शन
कान के इंफेक्शन के कारण भी कान से बदबू आने की समस्या हो सकती है। ये इंफेक्शन कान के बाहरी भाग यानि इयर कैनाल में भी हो सकता है और कान में मध्य भाग यानि ओटिटिस मीडिया में भी हो सकता है। कई बार इंफेक्शन के कारण कान से पीला या हरा द्रव निकलने लगता है जो बेहद बदबूदार होता है। इस तरह के इंफेक्शन से बचने के लिए आपको नहाते या मुंह धुलते समय ध्यान रखना चाहिए कि शैम्पू, साबुन या कोई अन्य केमिकल प्रोडक्ट कान में न चला जाए।
काॅलेस्टीटोमा
काॅलेस्टीटोमा कान की एक ऽतरनाक बीमारी है जो आमतौर पर कान के मध्य भाग में होती है। इस बीमारी में कान के पर्दे के पीछे अनावश्यक रूप से स्किन सेल्स बढ़ने लगती हैं, जिससे कान में तेज दर्द हो सकता है और इससे कान से बदबू भी आती है। इस बीमारी का सही समय पर उचित इलाज न किया जाए तो ये कान की हड्डियों को क्षतिग्रस्त कर सकती है और इससे सुनने की क्षमता भी खो सकती है। अगर आपको कान में किसी भी तरह की परेशानी लगती है तुरंत किसी अच्छे ई.एन.टी. स्पेशलिस्ट डाॅक्टर से संपर्क कीजिए।
कान का ट्यूमर या कैंसर
शरीर के अन्य अंगों के साथ-साथ ट्यूमर और कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों का ऽतरा कान में भी होता है। कान से बदबू आने की समस्या इन बीमारियों का भी संकेत हो सकती है। इस तरह के रोगों के कारण कान के अंदर अनावश्यक रूप से कैंसर सेल्स बढ़ने लगती हैं और अन्य सेल्स के काम में बाध बनने लगती हैं।
ऐसी स्थिति में कई बार कान से कुछ गीला पदार्थ बाहर निकल सकता है जिससे बदबू आ सकती है। इसके अलावा कुछ मामलों में बदबू के साथ-साथ कान से खून निकलने की समस्या भी हो जाती है।

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