लगभग 25 वर्ष बाद ज्येष्ठ मास की अमावस्या को शनि जयंती दिन मंगलवार तथा सर्वार्थ सिद्धि योग का संगम हो रहा है। ऐसे मौके बार-बार नहीं आते। ऐसे में अकेले शमी का पौधा ही आपके सारे दुख दूर कर सकता है।
शनि जयंती का पर्व मंगलवार 15 मई को है। शमी का पौधा शनि के दोषों को दूर करने में विशेष प्रभावकारी माना जाता है। ज्योतिषियों की माने तो शनि जयंती पर यदि घर में शमी का पौधा लगाया जाए तो न सिर्फ शनिदेव बल्कि सभी देवी-देवताओं की कृपा घर-परिवार पर बनी रहती है और देवी लक्ष्मी भी प्रसन्न होती हैं।
कहां लगाएं, कैसे लगाएं शमी का पौधा
1. शमी का पौधा घर के मेन गेट पर दोनों ओर लगाने से घर में किसी भी प्रकार की नेगेटिव एनर्जी का प्रवेश नहीं होता।
2. शनि के दोष और दुर्भाग्य दूर करने के लिए शमी के पौधे के सामने नियमित रूप से सरसों के तेल का दीपक लगाएं। इसके लिए मिट्टी के दीपक का प्रयोग करना शुभ होता है।
3. प्रतिदिन सूर्यदेव की ओर मुख करके शमी के पौधे में पानी डालने से शनि का प्रकोप कम होता है और व्यक्ति के जीवन की सभी बाधाएं और बुरा समय दूर हो सकता है।
4. शनिदेव के साथ ही यह भगवान श्रीगणेश को भी विशेष रूप से प्रसन्न करता है। इसलिए गणेशजी की पूजा में हरी दूर्वा के अलावा शमी की पत्तियों का प्रयोग भी किया जाता है।
5. किसी जरूरी काम या यात्रा पर जाते समय शमी को प्रणाम करके निकलना शुभ फलदायक होता है। ऐसा करने से काम में आने वाली बाधाएं दूर होती हैं और सफलता की संभावनाएं बढ़ती हैं।