देहरादून। मोदी सरकार के चार साल में अच्छे दिन की आस लगाए आम आदमी को रिजर्व बैंक से मायूसी मिली है। अब अपनी द्विमासिक नीतिगत दरों में रिजर्व बैंक ने रेपो और रिवर्स रेपो रेट में चौथाई फीसदी की बढ़ोतरी की है, जिसके कारण रेपो रेट 6 से बढ़कर 6.25 तथा रिवर्स रेपो रेट 5.95 से बढ़कर 6 फीसदी हो जाएगा। इससे ब्याज की दरें बढ़ेगी और पहल से लिये गये ऋण पर भी ईएमआई बढ़ जाएगी। रिजर्व बैंक के गवर्नर उर्जित पटेल ने यह घोषणा की है।
इन आंकड़ों के अनुसार सस्ते मकानों के लिए कर्ज सीमा बढ़ाई जाएगी। सस्ते मकानों के लिए मेट्रो शहरों में 20 लाख से बढ़ाकर 25 लाख रुपये कर दिये गए हैं। इसी प्रकार अन्य मामलों में भी भारी बढ़ोतरी की गई है जिससे महंगा खरीदना महंगा हो जाएगा। रिजर्व बैंक ने 2018-19 की पहली छमाही में खुदरा मूल्य आधारित महंगाई दर के 4.8 से 4.9 प्रतिशत रहने की उम्मीद जताई है, जबकि दूसरी छमाही में 4.7 हो जाएगी। 15 लाख के 20 साल के होम लोन लेने पर 57360 रुपये की ज्यादा देनदारी होगी। इसी तरह 10 लाख के 5 साल के आटो लोन पर 7320 रुपये अधिक देने होंगे जो इस बात का संकेत है कि महंगाई और बढ़ेगी।