देहरादून। धुमाकोट दुर्घटना पर राजनीति होने लगी है। इस दुर्घटना पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं मुख्य प्रचार समन्वयक धीरेंद्र प्रताप ने परिवहन मंत्री यशपाल आर्य से इस्तीफा मांगा है। श्री धीरेंद्र प्रताप का कहना है कि यशपाल आर्य कांग्रेस में रहते हुए भी अच्छे संगठनकर्ता के रूप में कार्य कर रहे थे, लेकिन भाजपा में वह मंत्री के रूप में फेल हो गए हैं। धीरेंद्र प्रताप ने धुमाकोट हुई बस दुर्घटना में यशपाल आर्य को आरोपी ठहराया है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत द्वारा पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों पर बरती जा रही नरमी ठीक नहीं है। धीरेंद्र प्रताप ने कमिश्नर और डीआईजी को हआने का स्वागत किया है। कांग्रेस नेता ने मृतकों के लिए 2 लाख मुआवजे की घोषणा को अपर्याप्त बताया है तथा कहा है कि कम से कम 5 लाख होनी चाहिए। उन्होंने सड़कों को तुरंत गड्ढामुक्त करने की मांग करते हुए कहा है कि यदि धुमाकोट के तमाम मृतकों के परिजनों को शीघ्र मुआवजा न मिला तो वह मुख्यमंत्री आवास पर भूख हड़ताल करेंगे।