देहरादून। उत्तराखंड के शिक्षा मंत्री अरविंद पांडे जहां राज्य के सभी स्कूलों में एनसीईआरटी की किताबों को लागू करना चाहते हैं वहीं प्रदेश के कई निजी विद्यालय सरकारी आदेशों की धज्जियां उड़ा रहे हैं। मंत्री तथा शिक्षा विभाग के आदेशों को ठेंगा दिखाते हुए यह विद्यालय अपने यहां एनसीईआरटी की पुस्तकों के बजाय निजी प्रकाशकों की किताबें चला जा रहे हैं जो अपने आप में सरकारी व्यवस्था को धत्ता बताने जैसा है।
अभिभावकों द्वारा इस संदर्भ में लगातार शिकायतें की जा रही है। पता चला है कि अभिभावकों की शिकायतों के बाद भी पौड़ी शिक्षा विभाग कोटद्वार में एक विद्यालय पर छापेमारी की तो अभिभावकों की शिकायतें सही पाई गई। छानबीन के दौरान पता चला कि 5वीं तक की कक्षाओं में एनसीईआरटी की कोई भी किताब नहीं चलाई जा रही है। वहीं 8वीं से बड़ी कक्षाओं में सिर्फ विज्ञान और गणित के विषयों को छोड़कर अन्य किताबें निजी प्रकाशकों की ही चलाई जा रहीं हैं।
उत्तराखंड सरकार ने नए शैक्षिक सत्र से राज्य के सभी स्कूलों में एनसीईआरटी की किताबें हर हाल में लागू करने के आदेश दिए थे। इसके लिए किताबों की बाजार में उपलब्धता के भी उपाय किए गए लेकिन इन सरकारी कोशिशों के बावजूद निजी स्कूल अपनी मनमानी कर रहे हैं। कोटद्वार इलाके के एक निजी इंटरमीडिएट कॉलेज में सरकारी आदेशों की धज्जियां उड़ाने की खबरें आने के बाद शिक्षा अधिकारी के द्वारा की गई छापेमारी में यह बात सही पाई गई। यहां बता दें कि शिक्षा अधिकारी ने इस बावत स्कूल के खिलाफ शिकायत दर्ज कर ली है और इसकी जानकारी अब जल्द ही उच्च अधिकारियों को इसकी जानकारी दी जाएगी। इसके बाद शासन के स्तर पर कार्रवाई की जाएगी।