देहरादून। उत्तराखंड में एक बार फिर आरोप-प्रत्यारोप की राजनीति गर्मा गई है। पूर्व सपा नेता एवं भाजपा समर्थित जिला पंचायत सदस्य सुभाष शर्मा ने मुख्यमंत्री सिंह रावत की पत्नी पर गंभीर आरोप लगाए हैं। इन आरोपों के विरुद्ध मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत की पत्नी ने डालनवाला थाने में मुकदमा दर्ज कराया है जिसमें सुभाष शर्मा को नामजद किया गया है।
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री की पत्नी सुनीता रावत ने डालनवाला थाने में आईपीसी की धारा 469, 504 और आईटी एक्ट के तहत सोशल एक्टिविस्ट सुभाष शर्मा के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है। पुलिस को दी गई तहरीर में सुनीता रावत ने कहा है कि सुभाष शर्मा ने उनकी छवि खराब करने की कोशिश की है। खबरों के मुताबिक तहरीर में सुनीता रावत ने कहा है कि सुभाष शर्मा द्वारा अफवाह फैलाई जा रही है कि उन्हें कल्याण सिंह के मुख्यमंत्री काल (उत्तर प्रदेश) में नौकरी दी गयी थी, यह बिल्कुल गलत है।
सुनीता रावत ने कहा कि यह बात सुभाष शर्मा ने 30 जून 2018 को एक प्रेस कांफ्रेंस में भी कही थी। उन्होंने आरोप लगाए थे कि वह 12वीं पास नहीं हैं। उन्हें कल्याण सिंह के मुख्यमंत्री काल में नौकरी दी गयी थी। इसे विभिन्न प्रचार-प्रसार माध्यमों से प्रकाशित किया गया। जिससे उनकी प्रतिष्ठा को चोट पहुंची है। सुनीता रावत ने कहा कि सुभाष शर्मा ने एक बार फिर विगत 17 जुलाई को प्रेस कांफ्रेंस में यहीं बात दोहराई। जिसे उन्हें अपमानित करने के मकसद से तमात सोशल मीडिया और व्हाट्सअप में प्रसारित कराया गया। इससे उनकी ख्याती और सम्मान को ठेस पहुँचा है। इस बाबत जब डालनवाला थाने में सम्पर्क किया गया तो वहां से तहरीर दिये जाने व मुकदमा कायम होने की पुष्टि की गयी।