देहरादून{शैली श्रीवास्तव}- उत्तरकाशी के डुंडा क्षेत्र में नाबालिग बच्ची की दुष्कर्म के बाद हत्या के विरोध में घटना के तीसरे दिन भी थमने का नाम नहीं ले रहा है। आज भी प्रदेश भर में धरना प्रदर्शन का दौर जारी है। श्रीनगर स्थित गढ़वाल विवि के बिड़ला परिसर में छात्र-छात्राओं ने राज्य सरकार के विरोध में नारे लगाए और मासूम बच्ची को न्याय दिलाने की मांग की। वहीं उत्तराखंड क्रांति दल के संरक्षक त्रिवेंद्र पंवार ने डुंडा ब्लॉक में हुए अमानवीय कृत के विरोध में 22 तारीख को उत्तराखंड बंद करने का एलान किया है। त्रिवेंद्र पंवार ने बताया कि रविवार को उत्तरकाशी आते वक्त वह देवीधार में ग्रामीणों द्वारा लगाए जाम में फंस गए, जिसके बाद उन्होंने वहीं पर ग्रामीणों से वार्ता कर उनके आंदोलन का समर्थन किया। उनका कहना है कि यह उत्तराखंड के इतिहास की सबसे दुर्भाग्यपूर्ण घटना है। लेकिन कांग्रेस और भाजपा के नेता आरोपियों को सजा देने एवं महिलाओं की सुरक्षा के लिए ठोस कदम उठाने के बदले दलगत राजनीति में डूबे हुए हैं। उन्होंने कहा कि जब दिल्ली के निर्भया कांड के लिए पूरे देश में आंदोलन हो सकता है, तो पहाड़ की गरीब बेटी के लिए उत्तराखंड के लोग एकजुट क्यों नहीं हो सकते हैं। उन्होंने कहा कि जो भी व्यक्ति आंदोलन में सहयोग नहीं करेगा वह सीधे तौर पर आरोपियों का सहयोगी माना जाएगा। उन्होंने शासन-प्रशासन से सभी पर्वतीय जनपदों में सघन सत्यापन अभियान चलाकर बाहरी लोगों की जांच करने की भी मांग की।