हरिद्वार- गंगा के लिये अपने आप को समर्पित कर चुके स्वामी ज्ञान स्वरूप सानंद पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने समर्थन दिया। गंगा की अविरल धारा को बनाये रखने के साथ गंगा से जुड़ी विभिन्न मांगों को लेकर पिछले 101 दिनों से अनशन कर रहे स्वामी ज्ञानस्वरूप सानंद से पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने मुलाकात कर उनका हालचाल जाना। हरिद्वार के मातृ सदन में मुलाकात करते हुए हरीश रावत ने स्वामी सानंद के अनशन का समर्थन किया। मुलाकात के बाद हरीश रावत ने केंद्र की मोदी सरकार पर स्वामी सानंद की उपेक्षा का आरोप लगाया।
मुख्यमंत्री हरीश रावत का कहना है कि स्वामी जी का 101 दिन का अनशन अभूतपूर्व है। स्वामी जी जो कानून बनाने की बात कह रहे हैं उसे बनाने में केंद्र सरकार को कोई दिक्कत नहीं होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि स्वामी सानंद ने चुनाव में मोदी सरकार का साथ दिया, लेकिन मोदी जी द्वारा स्वामी जी की मांग अनसुनी की जा रही है।स्वामी ज्ञानस्वरूप सानंद का कहना है कि केंद्र सरकार भौतिक विकास करना चाहती है। वह विकास उनके द्वारा की जा रही मांगों की वजह से पूरा नहीं हो पाएगा, इसलिए मोदी सरकार उनकी मांगों की अनदेखी कर रही है। स्वामी सानंद ने कहा कि 9 अक्टूबर से जल छोड़ने के बाद अगर प्रधानमंत्री मोदी खुद भी आकर उनसे तपस्या समाप्त करने को कहेंगे तो भी वे अपनी तपस्या समाप्त नहीं करेंगे। वहीं मातृ सदन के परमाध्यक्ष स्वामी शिवानंद का कहना है कि लोगों को जागरूक करने के लिए गंगा प्रेमी द्वारा गंगा सद्भावना यात्रा गोमुख से लेकर गंगा सागर तक निकाली जा रही है। आगामी 9 अकटूबर से स्वामी सानंद जल का त्याग भी कर देंगे और यह केंद्र सरकार के लिए कलंक है।