आज 13 अप्रैल को श्रद्धालु चैत्र नवरात्र का अष्टमी व्रत रहने के साथ रामनवमी का त्योहार धूमधाम से मना रहे है। ज्योषित ने बताया कि भगवान श्रीराम के जन्मोत्सव के इस त्योहार को लेकर लोगों में खासा उल्लास रहता है। रामनवमी के दिन भगवान श्रीराम की पूजा-अर्चना करने से विशेष पुण्य मिलता है। बता दें अष्टमी तिथि 12 अप्रैल 2019 दिन शुक्रवार को सुबह 10.18 बजे से 13 अप्रैल दिन शनिवार को दोपहर पहले 11.42 समाप्त हो जायेगी, उसके बाद नवमी तिथि लग जायेगी जो कि 14 अप्रैल सुबह 09.36 तक रहेगी।
13 अप्रैल दिन शनिवार को महानवमी का व्रत होगा क्योंकि 13 अप्रैल को 11.42 के बाद ही नवमी तिथि लग जाएगी जो 14 अप्रैल की सुबह 9.36 बजे तक ही विद्यमान रहेगी। राम नवमी के ही दिन त्रेता युग में महाराज दशरथ के घर विष्णु जी के अवतार भगवान श्री राम का जन्म हुआ था। ज्योतिषाचार्य ने बताया कि उत्तर भारत में रामनवमी का त्योहार पूरे हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है। इस दिन उपवास और ब्राह्मणों को भोजन कराना भी बहुत फलदायक है। कहते हैं ऐसा करने से घर में धन-समृद्धि आती है। उन्होंने बताया कि नवरात्र के व्रत के बाद नवमी के दिन कन्या पूजन किया जाता है। इस दिन कन्या का पूजन कर भोजन कराने से मां दुर्गा की विशेष कृपा प्राप्त होती है। सभी दुखों का नाश होता है। घर में सुख समृद्धि आती है।