उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गंगा एक्सप्रेस-वे परियोजना के लिए भूमि अधिग्रहण का कार्य 15 जून तक पूरा करने के निर्देश दिये हैं। उन्होंने कहा है कि सम्बन्धित मण्डलायुक्त एवं जिलाधिकारी मिशन मोड पर कार्य करते हुए परियोजना के लिए आवश्यक भूमि की उपलब्धता सुनिश्चित कराएं। मुख्यमंत्री आज यहां अपने सरकारी आवास पर गंगा एक्सप्रेस-वे परियोजना के सम्बन्ध में आहूत एक बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। उन्होंने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सम्बन्धित जनपदों के जिलाधिकारियों से भूमि अधिग्रहण कार्यवाही की अद्यतन स्थिति की जानकारी प्राप्त की। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह परियोजना प्रदेश की अर्थव्यवस्था के लिए अत्यन्त महत्वपूर्ण है, इसलिए गंगा एक्सप्रेस-वे के निर्माण से जुड़ी समस्त कार्यवाही समयबद्ध ढंग से की जाए। उन्होंने कहा कि राष्ट्र निर्माण से जुड़ी इस महत्वपूर्ण अवस्थापना परियोजना के लिए भूमि उपलब्ध कराकर विकास प्रक्रिया में सक्रिय योगदान देने वाले किसानों को सम्मानित किया जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि भूमि अधिग्रहण की कार्यवाही को समयबद्ध ढंग से पूरा करने के लिए आवश्यकतानुसार अतिरिक्त मैनपावर की व्यवस्था की जाए। जिन जनपदों में गंगा एक्सप्रेस-वे की लम्बाई और क्षेत्र ज्यादा है वहां अतिरिक्त मैनपावर की व्यवस्था सुनिश्चित करते हुए कार्मिक उपलब्ध कराए जाएं। उन्होंने मुख्य सचिव तथा सचिव राजस्व को निर्देशित किया कि सम्बन्धित जनपदों को आवश्यतानुसार कर्मी प्राथमिकता पर उपलब्ध कराए जाएं। मुख्यमंत्री ने कहा कि भूमि अधिग्रहण में आने वाली समस्याओं का समाधान संवाद से किया जाए। समय पर सही निर्णय लेकर समयबद्ध ढंग से कार्यवाही की जाए। उन्होंने कहा कि यह सुनिश्चित किया कि भूमि की रजिस्ट्री के समय किसानों को कोई असुविधा न हो। भूमि की रजिस्ट्री के समय कोविड प्रोटोकॉल का अनुपालन सुनिश्चित करने के निर्देश देते हुए कहा कि इस दौरान सोशल डिस्टेंसिंग भी बनाये रखी जाए। मुख्यमंत्री ने जनपद मेरठ, हापुड़ सहित अन्य सभी सम्बन्धित जनपदों के जिलाधिकारियों को परियोजना के लिए भूमि अधिग्रहण का लक्ष्य पूरा करने के लिए अलग से टीम गठित करने के निर्देश देते हुए कहा कि यह कार्य तेजी से किया जाए।