सोमवार को उच्च शिक्षा मंत्री धन सिंह रावत के खिलाफ उच्च शिक्षा निदेशक और एमबीपीजी महाविद्यालय हलद्वानी में कर्मचारी और प्रोफेसर पूर्ण रूप से हड़ताल पर चले गए हैं। महाविद्यालय के प्रोफेसर व कर्मचारियों के हड़ताल पर चले जाने के बाद लगभग 12 हजार छात्रों की पढ़ाई प्रभावित हुई है।इसी के साथ प्रेक्टिकल भी बंद हो गए हैं। महाविद्यालय के शिक्षक संघ का साफ तौर पर कहना है कि इस हालात में कॉलेज को लाने के लिए उच्च शिक्षा मंत्री जिम्मेदार हैं। शिक्षक संघ के साथ साथ मिनिस्ट्रीयल कर्मचारी संघ का भी कहना है उच्च शिक्षा मंत्री ने बदले की भावना से उच्च शिक्षा निदेशक बीसी मेलकानी और दो प्राचार्यो सहित एक कर्मचारी कुल 4 लोगों का निलंबन किया है। जिसे उन्हें तुरंत वापस लेना चाहिए। इसके अलावा शिक्षक संघ का सीधा आरोप एबीवीपी के छात्र संगठन पर भी है जो कि महाविद्यालय में शिक्षकों से अभद्रता कर रहे हैं। सरकार और शिक्षकों के बीच हो रही हड़ताली में अब एनएसयूआई ने भी शिक्षकों का समर्थन शुरू कर दिया है एनएसयूआई के राष्ट्रीय सचिव सुमित्र भुल्लर के अनुसार एनएसयूआई शिक्षकों के सम्मान को लेकर कॉलेज के बाहर अनिश्चितकालीन धरने पर बैठ गई है साथ ही हस्ताक्षर अभियान भी शुरू किया गया है|