वास्तु शास्त्र में है धन सम्बन्धी समस्याओं का हल ,पढ़िए
वास्तु शास्त्र में छुपा है हर इंसान की मुश्किल का समाधान। वास्तु शास्त्र हमें किसी भी प्रकार की समस्याओं से बाहर निकलने में मदद करता है। वास्तु शास्त्र से हमें दिशाओं का ज्ञान प्राप्त होता है । विज्ञान के अनुसार आपने आठ दिशाओं के बारे में सुना होगा, लेकिन वास्तु शास्त्र से हमें 9 दिशाओं का ज्ञान प्राप्त होता है, नोवी दिशा है ‘मध्य दिशा’।वास्तु शास्त्र की मानें तो घर की सभी दिशाएं सही होनी चाहिए वरना बाद मई अ सकती है बड़ी परेशानी। घर बनाते समय किस दिशा में क्या बनाया जाए, रसोईघर की क्या दिशा हो,बेडरूम की क्या दिशा हो, बाथरूम किस दिशा में बनाया जाए और घर की सीढ़ियां औरखिड़कियां कहां से खुलें, अगर घर बनाते समय देंगे इन बातों पर ध्यान तो कभी कोई रूकावट या परेशानी आने वाले समय में आपको नहीं होगी ,इसलिए इन सभी बातों का ख्याल रखना जरुरी है।यदि आप निचे बताई गई चीजों को सही दिशा में स्थापित करेंगे तो आपको सकारात्मक ऊर्जा मिलेगी,साथ ही आपकी धन समस्या भी दूर हो जाएगी।
जानकारों की मने तो हनुमान जी की पंचमुखी मूर्ति को घर के दक्षिण-पश्चिम दिशा में लगाये और रोजाना इसकी पूजा भी करें, ऐसा करने से घर में सकारात्म्क ऊर्जा बनी रहेगी और धन वृद्धि भी होगी ।
जानकारों की मने तो लक्ष्मी-कुबेर की तस्वीर रखने का बेहद महत्व है। ये तो हम सभी जानते है की मां लक्ष्मी और भगवान कुबेर धन के देवी देवता है। उनकी तस्वीर रखने से कभी भी धन की समस्या नहीं आती।
पिरामिड का भी वास्तु शास्त्र में बेहद महत्व है। घर की जिस दिशा में खराबी हो और उस ख़राब दिशा में अगर पिरामिड रख दिया जाए तो सुधार हो जाता है। अगर सही दिशा में रखे तो धन समस्या भी दूर हो जाएगी । पिरामिड वहीं रखें जहां घर के सदस्य सबसे अधिक और ज्यादा देर तक भी बैठते हों तभी इसका जादा लाभ होगा।
वास्तु शास्त्र के अनुसार घर में पानी से भरी सुराही /घड़ा रखना बहुत अच्छा मन जाता है। इस सुराही को घर की उत्तर दिशा में रखना चाहिए।सुराही में पानी कम या ख़तम नहीं होना चाहिए अगर पानी कम हो जाए तो दोबारा पानी भर दे।
वास्तु शास्त्र के अनुसार धातु का बना कछुआ या मछली रखने से वास्तु के दोष मिट जाते है। कछुआ किस्मत चमकाने का काम करता है। धातु से बनी मछली भी शुभ मानी जाती है। ऐसा करने धन संबंधी समस्याएं खत्म हो जाती हैं।