देहरादून- जिस एनएच-74 घोटाले को लेकर सूबे की राजनीति में कोहराम मचा हुआ है उसमें अपनी गिरफ्रतारी से भयभीत किसानों ने अब कोर्ट में आत्मसमर्पण करना शुरू कर दिया है। एसआईटी द्वारा अब तक 22 किसानों की गिरफ्रतारी की जा चुकी हैं वहीं सात आईपीएस और दो आईएएस अधिकारियों पर भी इसकी गाज गिर चुकी है। जांच की जद में आये दो किसानों ने आज नैनीताल हाईकोर्ट में आत्मसमर्पण कर दिया है। इन किसानों का नाम विक्रम सिंह और मंजीत सिंह बताया जा रहा हैं जिन्होनें अपनी भूमि की छह और तीन करोड़ से अधिक मुआवजा राशि ली थी। अदालत में आत्मसमर्पण करने वाले इन दोनों किसानों को नैनीताल हाईकोर्ट ने नैनीताल जेल भेज दिया है, जिनकी अब अगले आठ अक्टूबर को अदालत में पेशी होगी। बता दे कि अभी बीते दिनों एसआईटी ने दो किसानों को गिरफ्रतार कर जेल भेज दिया था और दस बारह अन्य किसानों की गिरफ्रतारी के प्रयास किये जा रहे थे। उल्लेखनीय है कि पांच सौ करोड़ से अधिक के इस हाईवे घोटाले में कई किसानों द्वारा मुआवजे में ली गई दो करोड़ से अधिक की रकम सरकारी खजाने में जमा कराई जा चुकी है।