हरिद्वार- गंगा रक्षा के लिए बलिदान देने वाले स्वामी ज्ञानस्वरूप सानंद के अभियान को आगे बढ़ाते हुए मातृसदन में आज से दो संत अनशन पर बैठ गए हैं। बुधवार से स्वामी आत्मबोधानंद और स्वामी पुण्यानंद ने अनशन शुरू कर दिया है। बुधवार को ब्रह्मचारी आत्मबोधानंद के अनशन पर बैठने के साथ ही पुण्यानंद ने भी अनशन की घोषणा कर दी थी, आत्मबोधानंद पहले दिन से ही केवल नींबू पानी, शहद और नमक लेंगे। आपको बता दे कि मातृसदन ने गंगा के लिए अनशन की श्रृंखला आगे बढ़ाने का एलान किया था। इसके लिए उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र भी लिखा है। पुण्यानंद ने बताया कि स्वामी सानंद के बलिदान को व्यर्थ नहीं जाने दिया जाएगा। साथ ही उन्होंने बताया कि आज से वह स्वामी सानंद के अभियान को आगे बढ़ाते हुए अन का त्याग करते हुए केवल फलाहार ही लेंगे और यदि आत्मबोधानंद का निधन होता है तो वह उसी दिन से जल का त्याग कर देंगे। पुण्यानंद के बाद ब्रह्मचारी दयानंद अनशन पर बैठेंगे और मांगे पूरी न होने तक बलिदान की यह श्रृंखला निरंतर चलती रहेगी।
मातृसदन के परमाध्यक्ष स्वामी शिवानंद सरस्वती ने कहा कि स्वामी सानंद ने गंगा के लिए एक विशेष एक्ट बनाने और उत्तराखंड की छह नदियों में चल रही बिजली परियोजनाओं को बंद करने की मांग करते हुए 11 अक्तूबर को अपना सर्वस्व त्याग दिया था। उन्होंने कहा कि स्वामी सानंद के बलिदान के बाद भी सरकार उनकी मांगों को भूल गई। इसलिए स्वामी सानंद के बलिदान को व्यर्थ नहीं जाने दिया जाएगा।