हरिद्वार :- कोरोना के खतरे को देखते हुए गुरु पूर्णिमा का पर्व का स्नान होना था सांकेतिक। गंगा सभा और तीर्थ पुरोहितो ने सांकेतिक रूप से पूजन कर स्नान करने को कहा था। हालांकि, 72 घंटे पूर्व की आरटीपीसीआर निगेटिव रिपोर्ट लाने पर गुरुओं के दर्शन कर आशीर्वाद लेने की अनुमति दी गई है। निगेटिव रिपोर्ट से श्रद्धालु हरिद्वार तो आ सकेंगे, लेकिन गंगा में स्नान नहीं करने को कहा गया था। गुरु पूर्णिमा के स्थान के अवसर पर फिर भी हजारों श्रद्धालुओं ने गंगा में लगाई डूबकी, कहीं पर भी कोरोना के नियमों का नही हो रहा है पालन। प्रशासन के दावे हवा हवाई दिख रहे है हरकी पौड़ी क्षेत्र में। हरकी पैड़ी समेत सभी घाटों पर पुलिस की है कड़ी चौकसी के बावजूद श्रद्धालुओं की जुटी भारी भीड़।